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आचार्य श्रीराम शर्मा >> आकृति देखकर मनुष्य की पहिचान

आकृति देखकर मनुष्य की पहिचान

श्रीराम शर्मा आचार्य

प्रकाशक : युग निर्माण योजना गायत्री तपोभूमि प्रकाशित वर्ष : 2012
पृष्ठ :41
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 372
आईएसबीएन :00-000-00

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लोगो की आकृति देखकर उनका स्वभाव पहचानना मनोरंजक तो होता ही है, परंतु इससे अधिक यह अनुभव आपको अन्य लोगों से सही व्यवहार करने में काम आता है।


नेत्र


अंग्रेजी भाषा में एक कहावत है कि "नेत्र अन्त:करण के झरोखे हैं।" तात्पर्य यह है कि आँखों में झाँककर मनुष्य की आन्तरिक स्थिति का परिचय आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। निस्सन्देह यह उक्ति बहुत ही तथ्यपूर्ण है। नेत्रों के द्वारा आन्तरिक स्थिति का जितना परिचय प्राप्त किया जा सकता है उतना अन्य किसी अंग से नहीं किया जा सकता।

पहले यहाँ पुतलियों के रंगों पर विचार कर रहे हैं। आमतौर से काली, लाल, नीली, पीली और नारंगी रंग की पुतलियाँ देखी जाती हैं। इन रंगों के मिश्रण तथा हलके गाढ़े के भेद से अनेक रंग बनते हैं। उन सब मिश्रणों के
बारे में वर्णन करना कठिन है, प्रधान रंगों के बारे में जानकारी हो जाने पर उनके मिश्रण और मात्रा का विश्लेषण करके पहचान करना अभ्यासियों की कुशाग्र बुद्धि पर निर्भर करता है। संक्षेप में प्रधान रंगों के बारे में ही कुछ चर्चा करना इन पृष्ठों में हमारे लिए सम्भव है।

नीली पुतलियों वाले कोमल स्वभाव के होते हैं। स्याह काली पुतलियाँ कठोरता, फुर्ती और ताकत का चिन्ह हैं। व्यापार कुशलता और बुद्धिमानी भी ऐसे लोगों में अधिक देखी जाती है। गाढ़ा नीला रंग विश्वासनीय होने की सूचना है पर ऐसे लोगों में चतुरता प्राय: कम ही होती है। हलके नीले रंग से प्रकट होता है कि स्थिरता, विचारशीलता, धैर्य और मधुरता की मात्रा अधिक होनी चाहिए। आमतौर से सभी हलके रंग चालाकी और ईमानदारी प्रकट करते हैं पर यह बात नीले रंग पर लागू नहीं होती, हलके नीले रंग की पुतलियों वाले व्यक्ति अक्सर अच्छे स्वभाव के पाये जाते हैं।

बाइबिल में शैतान की आँखों को हरी बताया गया है। ऐसी पुतलियों वाले दुराचार अविश्वास, स्वार्थ और विश्वासघात की आदतों में लिप्त पाये जाते हैं किन्तु यदि साथ ही भूरी फुटकियाँ भी हों तो यह हरापन सुशीलता, सच्चरित्रता, विद्वता और विश्वसनीयता का चिह्न है। अगर ऐसी आँखों में किसी अन्य रंग की फुटकियाँ हों तो प्रतिभा, प्रसन्नता, परोपकार, कुशलता एवं कला प्रियता की अधिकता अधिक होगी।

पीली या नारंगी पुतलियाँ बहुत कम देखी जाती हैं फिर भी इस तरह की आँखें चंचलता, भावुकता, कवित्व, किफायतसारी, स्वार्थपरता तथा असहिष्णुता की निशानी कहीं जा सकती हैं। ब्राउन भूरा थोड़ी लालिमा लिए हुए पुतलियाँ बहुत ही उत्तम होती हैं, ऐसे व्यक्ति प्रेमी, बात के धनी, चतुर तथा गंभीर होते हैं, ईमानदारी और व्यवहार की सचाई उनकी विशेषता होती है फिर भी उनमें दो कमजोरियाँ देखी जाती हैं। एक जरा-सी बात पर नाराज हो जाना दूसरा लम्पटता की ओर झुक पड़ना।

हलका काला रंग छल, कपट, बनावट, ढोंग तथा धूर्तता का चिह्न है किन्तु गाढ़ा काला रंग स्थिरता और समझदारी प्रकट करता है। काले रंग के साथ यदि थोड़ी लालिमा मिली हुई हो तो सदाचारी एवं सद्गुणी होने की
निशानी है। बिल्ली की सी कंजी आँखों वाले अक्सर बिल्ली के स्वभाव के होते हैं। बाहर से बहुत सीधे दिखाई देते हैं पर मौका पड़ने पर करारी चोट करने में नहीं चूकते।

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    अनुक्रम

  1. चेहरा, आन्तरिक स्थिति का दर्पण है
  2. आकृति विज्ञान का यही आधार है
  3. बाल
  4. नेत्र
  5. भौंहें
  6. नाक
  7. दाँत
  8. होंठ
  9. गर्दन
  10. कान
  11. मस्तक
  12. गाल
  13. कंधे
  14. पीठ
  15. छाती
  16. पेट
  17. बाहें
  18. रहन-सहन

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